देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जेल विकास बोर्ड की बैठक में एक जेल एक प्रोडक्ट के विकास पर गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने सितागंज खुली जेल में कच्ची घानी तेल संयंत्र लगाने और सितारगंज व हरिद्वार जेल में मशरूम की खेती की सहमति दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारागारों में बंद कैदियों के कौशल विकास के लिए नियमित कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। आईटीआई के माध्यम से जेलों में अलग-अलग ट्रेड के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। जेलों के विकास के लिए राज्य का अपना अलग मॉडल विकसित करे। उन्होंने जेलों में बनाए गए उत्पादों का सरकारी कार्यालयों में उपयोग बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कहा कि अधिकारी समय-समय पर जेलों में भोजन की व्यवस्थाएं देखें ताकि कैदियों के भोजन की गुणवत्ता बनी रहे।
जेलों में चिकित्सा सुविधा को भी मजबूत करने के निर्देश दिए
बैठक में निर्णय लिया गया कि केंद्रीय कारागार सितारगंज, जिला कारागार अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी, उप कारागार हल्द्वानी और रुड़की में लॉंड्री मशीन की स्थापना की जाएगी। जिला कारागार देहरादून और हरिद्वार में इसकी स्थापना से अच्छे परिणाम मिले हैं। जेलों में चिकित्सा सुविधा को भी मजबूत करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रदेश की खुली जेल सितारगंज में कच्ची घानी सरसों तेल संयंत्र की स्थापना व सितारगंज और हरिद्वार जेल में मशरूम फार्मिंग की भी सहमति दी गई।
बैठक में जानकारी दी गई कि जिला कारागार हरिद्वार, अल्मोड़ा, केंद्रीय कारागार सितारगंज और उपकारागार हल्द्वानी में बेकरी यूनिट की स्थापना से लगभग 12 लाख रुपये आय हुई है। सितारगंज खुली जेल में गोशाला की स्थापना से 10 लाख रुपये की आय हुई है। बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव गृह शैलेश बगोली, एडीडी जेल अभिनव कुमार, सचिव सी रविशंकर आदि अधिकारी मौजूद रहे।
